Durgapur में Jai Balaji कारखाने में तोड़फोड़, कर्मचारियों की पिटाई, पुलिस से धक्का-मुक्की



दुर्गापुर (राम बाबू यादव) :- दुर्गापुर के कांकसा थाना क्षेत्र के बांसकोपा औद्योगिक क्षेत्र स्थित जय बालाजी इंडस्ट्रीज कारखाने में नौकरी की मांग पर आंदोलन कर रहे लोगों ने जमकर तांडव मचाया। बृहस्पतिवार को प्रदर्शन करने के बाद शुक्रवार को दोबारा ये लोग कारखाने में पहुंचे और जबरन कारखाने के भीतर प्रवेश कर गए। इसके बाद कारखाने के भीतर न सिर्फ कर्मचारियों की पिटाई की बल्कि ऑफिस के भीतर जमकर तोड़फोड़ की गई। तस्वीर इस बात की गवाही दे रही है कि कारखाने के भीतर किस तरह की गुंडागर्दी की गई है। ऑफिस के भीतर टूटे हुए कांच और क्षतिग्रस्त हुए अन्य सामान इस बात की गवाही दे रहे हैं। हद तो तब हो गई जब कारखाने के भीतर हमला करने वालों ने सीसीटीवी कैमरे भी क्षतिग्रस्त कर दिए। जिससे कि उनकी करतूत सामने ना आ सके। इस घटना को लेकर जय बालाजी इंडस्ट्रीज कारखाने के अधिकारियों से लेकर तमाम कर्मचारी दहशत में है। घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। जहां पुलिस के साथ भी प्रदर्शनकारियों की धक्का मुक्की हुई। लेकिन सवाल लिया है कि आखिर इस तरह से ब आंदोलन के नाम पर कारखाने में बार बार तांडव क्यों किया जा रहा है। 



यहां बता देना जरूरी है कि बृहस्पतिवार को स्थानीय युवक नौकरी की मांग पर जय बालाजी इंडस्ट्रीज कारखाने में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। युवाओं ने माथे पर बेरोजगार लिखकर प्रदर्शन किया था। लगातार कई घंटे तक आंदोलन किए जाने का असर कारखाने के उत्पादन पर देखा गया था। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 50 लोगों को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद शुक्रवार को फिर से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग कारखाने में प्रदर्शन करने पहुंचे प्रदर्शन के नाम पर वे लोग जोर जबरदस्ती कारखाने के भीतर प्रवेश कर गए और तांडव मचाना शुरू कर दिया। उनके दुस्साहस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऑफिस के भीतर घुस कर भी कर्मचारियों की पिटाई की और अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। 


जय बालाजी इंडस्ट्रीज के महाप्रबंधक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अचानक 50 से 60 लोग कारखाने के भीतर जबरदस्ती घुस गए और तोड़फोड़ व मारपीट शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ऐसे हालात बन गए हैं कि कारखाने के अधिकारी से लेकर कर्मचारी खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और वे भारी दहशत में है। मौजूदा हालात में कारखाना चला पाना बड़ी चुनौती बन गया है। मेंन पावर और मटेरियल मूवमेंट बंद होने से कारखाने को नुकसान हो रहा है। कारखाने का उच्च प्रबंधन भी इस घटना को लेकर काफी चिंतित है। 


वही घटनास्थल पर पहुंचे कांकसा के एसीपी सुमन कुमार जायसवाल ने कहा कि बृहस्पतिवार को प्रदर्शन करने के बाद शुक्रवार को भी कई लोग कारखाने में घुस गए और तोड़फोड़ की। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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